School College Holidays :सिर्फ त्योहारों की रौनक बढ़ाता है, बल्कि बच्चों, अभिभावकों और शिक्षकों के लिए राहत की घड़ी भी लेकर आता है। इस वर्ष 2 अक्टूबर को दशहरा का मुख्य दिन है और उसी के साथ गांधी जयंती भी मनाई जाएगी। कई राज्यों ने इस अवसर पर स्कूलों, महाविद्यालयों और अन्य संस्थानों के बंद रहने की घोषणा की है। इस लेख में हम जानेंगे कि कहां-कहाँ कितनी छुट्टियाँ रहेंगी और शिक्षा विभागों ने क्या दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
प्रमुख राज्यों में छुट्टियों की जानकारी
देश भर में छुट्टियों की अवधि राज्यों के अनुसार अलग-अलग है। उदाहरण स्वरूप:
- उत्तर प्रदेश में 1 और 2 अक्टूबर को स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे।
- तेलंगाना में स्कूल 21 सितंबर से लेकर 3 अक्टूबर तक बंद रहने की संभावना है।
- आंध्र प्रदेश में 22 सितंबर से 2 अक्टूबर तक दस दिनों की छुट्टी घोषित की गई है।
इनके अतिरिक्त, अन्य अनेक राज्यों ने भी इस अवधि के आसपास स्कूलों की अवकाश सूची जारी की है।
आंध्र प्रदेश में 10 दिन की छुट्टी — एक विस्तृत घोषणा
आंध्र प्रदेश सरकार ने इस वर्ष शिक्षा विभाग के माध्यम से यह फैसला लिया है कि 22 सितंबर 2025 से 2 अक्टूबर 2025 तक स्कूलों में दस दिनों की छुट्टी रहेगी। इससे पहले छुट्टी की शुरुआत 24 सितंबर से होने वाली थी, किन्तु बाद में इसे आगे बढ़ाकर 22 तारीख कर दिया गया। 3 अक्टूबर से अवकाशों के पश्चात पुनः पढ़ाई शुरू होगी।
यह निर्णय शिक्षा विभाग द्वारा एक अधिसूचना के रूप में जारी किया गया, जिसमें स्पष्ट किया गया है कि इस दौरान स्कूलों को अवकाश अनुसूची का कड़ाई से पालन करना चाहिए।
अवकाशों के बाद का शैक्षिक संतुलन
छुट्टियों के कारण खोए शैक्षिक दिनों का संतुलन बनाए रखना भी शिक्षा विभागों की प्राथमिकता रही है। इसके लिए यह निर्देश दिया गया है कि दो दिन जो अवकाश के कारण छुटेंगे, उन्हें बाद के समय में शैक्षिक कैलेंडर में समायोजित किया जाए।
समय के इस समायोजन के माध्यम से पाठ्यक्रम की रफ़्तार को कम प्रभाव से प्रभावित करने की कोशिश की जाएगी।
अनुपालन और ज़िम्मेदारियाँ
शिक्षा विभागों ने स्पष्ट किया है कि सभी स्कूल, महाविद्यालय और संबंधित शैक्षिक संस्थाएँ इस अवकाश तालिका का सख्ती से पालन करें। किसी भी परिस्थिति में छुट्टियों को अनिच्छित ढंग से कम या अधिक नहीं किया जाना चाहिए।
इसके अलावा, यह भी कहा गया है कि छुट्टियों के कारण प्रभावित पाठ्यक्रमों को पुनर्संगठित करना आवश्यक है, ताकि छात्रों को सीखने में कोई कमी न हो।
दशहरा अवकाश सिर्फ त्योहार का हिस्सा नहीं है, बल्कि यह छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों को विश्राम का समय भी प्रदान करता है। इस वर्ष कई राज्यों ने लंबी छुट्टियाँ घोषित की हैं—विशेष रूप से आंध्र प्रदेश में दस दिनों की अवकाश अवधि तय की गई है।
लेकिन साथ ही यह जिम्मेदारी भी है कि छुट्टियों के बाद शैक्षिक कार्यक्रमों को पुनर्संतुलित किया जाए और पढ़ाई में किसी प्रकार की कमी न रह जाए।